रीड- कला कर्म के लिए ईश्वर पर विश्वास और परिवार का साथ होना जरुरी

रीड- कला कर्म के लिए ईश्वर पर विश्वास और परिवार का साथ होना जरुरी


ग्वालियर । राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय ग्वालियर के ललितकला विभाग ने शनिवार को मूर्तिकला विषय पर व्याख्यान रखा। मुख्य वक्ता के रूप में भोपाल से आए वरिष्ठ मूर्तिकार रोबिन डेविड मौजूद थे। उन्होंने छात्रों को अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं को विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने बताया कि मैंने ग्वालियर में रहकर अपनी कला शिक्षा विषम परिस्थितियों में पूर्ण की। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार वे संगीत कला से अपनी मूर्तिशिल्पों को जोड़ पाते हैं।


रोबिन डेविड ने कहा कि यदि आप सफलता हासिल करना चाहते है तो आपको प्रथम स्थान पर ईश्वर, द्वितीय स्थान पर परिवार, तृतीय स्थान पर अपने कार्य-सेवा एवं चतुर्थ स्थान पर अपने कला क्षेत्र या अपनी हॉबी को क्रमबद्घ रखना चाहिए। ऐसे में ही आपको सफलता मिल सकेगी क्योंकि कला कर्म करने के लिए ईश्वर पर विश्वास, परिवार का साथ एवं रुपए की आवश्यकता पड़ती है। रोबिन ने अपनी कला यात्रा के अनछुए पहलुओं की जानकारी साझा करते हुए छात्रों के सवालों जवाब भी दिए। स्वागत विभागध्यक्ष बलवंत सिंह भदौरिया, अतिथि शिक्षक प्रदीप निवोरिया ने किया। इस अवसर पर डॉ. सुनील पावगी, प्रो. रंजना टोणपे, डॉ. अंजना झा, अमिता खरे आदि उपस्थित थे।