ग्वालियर । 19 दिवसीय निर्जला उपवास समाप्त होने के बाद 20 मार्च से बहाई नवरोज (नववर्ष) प्रारंभ हो गया। नववर्ष का स्वागत बहाई समाज के लोगों ने उत्साहपूर्वक मनाया। हालांकि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए शासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए यह उत्सव छोटे-छोटे समूहों के रूप में मनाया गया।1 मार्च से बहाई समुदाय के निर्जला उपवास प्रारंभ हुए थे। आत्मिक शुद्धि के लिए समाज के लोगों द्वारा निर्जला उपवास रखा जाता है। बहाई आध्यात्मिक सभा के सचिव सुनीतिचंद्र मिश्र ने बताया कि समारोह में आए सभी लोगों के हाथ पहले सैनिटाइजर से साफ कराए गए। छोटे-छोटे समूह होने के कारण सभी ने एक मीटर की दूरी से आपस में बातचीत की। नवरोज का उत्सव छोटे-छोटे समूहों में ओल्याई हॉस्पिटल, सिटी सेंटर, इंद्रमणि नगर और बहोड़ापुर में मनाए गए। इस अवसर पर सभी ने केक काटकर प्रार्थनाएं की। प्रार्थना में ईश्वर से कोरोना वायरस से सभी को सुरक्षित रखने के लिए प्रार्थना की।
19 दिवसीय निर्जला उपवास के बाद बहाई नवरोज प्रारंभ
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