पोहरी विधायक के पीए की दबंगई, अतिक्रमण हटाने पहुंचा अमले पर झाड़ा रसूख

पोहरी विधायक के पीए की दबंगई, अतिक्रमण हटाने पहुंचा अमले पर झाड़ा रसूख


शिवपुरी। शहर के पुराने बाइपास को चौड़ा करने के लिए अतिक्रमण हटाने की मुहिम की आगाज शनिवार को भी जारी रहा। सुबह जैसे ही टीम पोहरी विधायक सुरेश रांठखेड़ा के पीए ओपी शर्मा के निवास पर पहुंची। यहां उन्होंने सड़क के आगे बाउंड्रीबॉल कर अतिक्रमण कर लिया था। जब अमला उसे हटाने पहुंचा तो विधायक के पीए ने अपना रौब और रसूख दिखाते हुए कहा कि जब देखो तुम लोगों की मनमर्जी चल रही है। आए दिन लोगों को परेशान कर उनके मकानों को तोड़ रहे हो। क्या दादागिरी चल रही है तुम्हारी। इस पर मौके पर मौजूद एसडीएम अतेन्द्र गुर्जर और सूबेदार रणवीर यादव ने मकान के कागजात व रजिस्ट्री मांगी तो काफी देर तक शर्मा अधिकारियों को गुमराह करते नजर आए। इसके बाद प्रशासन ने उनकी एक न सुनी और घर के सामने अतिक्रमण की गई जमीन पर की गई बाउण्ड्री को तोड़ दिया।


 

पीए बोले रजिस्ट्री बैंक में, फिर बोले एलआईसी में


पीए ओपी शर्मा ने अधिकारियों से कहा कि उनका मकान रजिस्ट्री जितनी हैं उतने में ही बना हुआ है। इस पर अधिकारियों ने कहा कि वह उन्हें रजिस्ट्री दिखा दें। जिसके बाद शर्मा ने अधिकारियों को गुमराह कर कहा कि रजिस्ट्री बैंक में है। जिस पर अधिकारियों ने कहा कि कौन से बैंक में है, हम फोन लगा लेते हैं। उसके बाद शर्मा बोले एलआईसी में रखी है। उसके कुछ देर बाद बोले रजिस्ट्री तो भोपाल में रखी हैं। इसके शर्मा एक पीडब्ल्यूडी का लेटर लेकर आए जिसके बाद अधिकारियों ने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से बात की और निर्माण को जमींदोज कर दिया।


एसपी और विधायक से की बात, नहीं मिला कोई ठोस जवाब


पीएम ने सबसे पहले एसपी राजेश सिंह चंदेल को फोन लगाया और कार्रवाई को रोकने की बात कही, लेकिन जब एसपी चंदेल ने कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया तो शर्मा ने पोहरी विधायक सुरेश रांठखेड़ा को फोन लगाया, लेकिन उनकी ओर से भी कोई आश्वासन नहीं मिला तो शर्मा जेसीबी के सामने आ गए। इसके बाद प्रशासन ने पुलिस से उन्हें हटवाया और अतिक्रमण पर जेसीबी चलवा दी।


स्कूल का गेट तोड़ा तो हुआ मुुंहबाद


शहर के बाइपास रोड़ पर इनोवेटिक स्कूल का गेट बना हुआ है। इसे लेकर जब अमला स्कूल के गेट पर पहुंचा और उसे तोड़ने की कार्रवाई शुरू की तो जमीन मालिक आ गए और अधिकारियों से मुंहवाद करने लगे। जिसके बाद अधिकारियों ने उनसे दस्तावेज मांगे, लेकिन जब दस्तावेज नहीं आए तो प्रशासन ने स्कूल के गेट को तोड़ दिया।


अतिक्रमण कर बना दिया मंदिर


शहर के मनियर के समीप तो सड़क पर 20 फीट तक चौड़ाई में अतिक्रमण कर चबूतरे और मंदिर का निर्माण कर दिया गया। जब अमला यहां पहुंचा तो कैलाश नारायण भार्गव और उनके परिवार के लोग टीम से झगड़े पर उतारू हो गए जिसके बाद प्रशासन ने सख्त रबैया अपनाया और चबूतरे को तोड़ दिया और टीनशेड़ भी तोड़ दी। जिसके बाद प्रशासन ने मंदिर को हटाने की हिदायद दी। जिसके बाद यह लोग मंदिर को हटाने राजी हो गए।


पूर्व मंडी सचिव ने भी कर लिया था सड़क पर 8 फीट अतिक्रमण


पूर्व मंडी सचिव हरीशंकर दुबे ने सड़क पर 8 फीट कब्जा कर पक्का निर्माण कर लिया था और टीनशेड भी लगा दी थी। जिसके बाद प्रशासन ने इनसे रजिस्ट्री मांगी तो रजिस्ट्री कम जगह की थी, लेकिन कब्जा सड़क तक कर लिया था और निर्माण भी कर लिया था जिसके बाद प्रशासन ने दुबे के अतिक्रमण को जेसीबी की मदद से जमींदोज कर दिया।


भाजपा नेता की बाउण्ड्री तोड़ी


भाजपा नेता ने सड़क तक अतिक्रमण कर बाउण्ड्री बना ली थी जिसके बाद अमला पहुंचा तो पहले तो नेताजी ने अपना रौब जताया, लेकिन बाद में प्रशासन की कार्रवाई को देख नेताजी पीछे हो गए। उसके बाद अतिक्रमण में बनी बाउण्ड्री का तोड़ दिया।


शोरूम की बाउण्ड्री को लेकर हुई बहस


मनियर चौराहे से आगे एक शोरूम की बाउण्ड्री को लेकर बहस हुई लेकिन जब प्रशासन के सख्त तेवर देखे तो शोरूम मालिक सहित अन्य लोगों के तेवर ढीले हो गए और उसके बाद वह प्रशासन की कार्रवाई में सहयोग करने की बात कहते नजर आए। जिसके बाद प्रशासन ने बाउण्ड्री तोड़ दी।