पत्नी, दो मासूमों और मां पर पेट्रोल छिड़क एसपी ऑफिस पहुंचा युवक
शिवपुरी। शहर में सूदखोरों के जाल में फंसकर कई लोग अपनी जान गवा चुके हैं जबकि अब भी कई लोग सूदखोरों के चंगुल में फंसे हुए हैं, सूदखोर उनसे मोटा ब्याज वसूल रहे हैं। ऐसा ही मामला शनिवार को सामने आया जब फल का ठेला लगाने वाला युवक अपने परिवार सहित कपड़ों पर पेट्रोल छिड़ककर आत्महत्या करने के इरादे से एसपी आफिस जा पहुंचा। जिसके बाद एसपी राजेश चंदेल ने फल ठेले वाले की फरियाद सुनी। उसने बताया कि 5 सूदखोरों ने उनका जीना दुश्वार कर रखा है और आए दिन उन्हें धमकी देते हैं। सूदखोरों से 21 हजार रुपए लिए थे, लेकिन 10 प्रतिशत के ब्याज दर से यह ब्याज वसूल रहे हैं। 40 हजार रुपए जमा कर दिए हैं, जबकि अब भी यह ब्याज और मूल राशि को लेकर आए दिन उस पर दबाव बनाते हैं। जिसके बाद एसपी चंदेल ने पुलिस के वाहन में युवक को फिजीकल थाने भेजा। जिसके बाद पुलिस ने 5 सूदखोरों पर कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार कमलागंज में रहने वाले और कोर्ट रोड पर फल बेचने वाले युवक जितेंद्र 28 पुत्र रमेश राठौर ने शनिवार की दोपहर परिवार सहित एसपी कार्यालय पहुंचा। यहां उसने, पत्नी, मां सहित दोनों मासूम बच्चों पर पेट्रोल छिड़क रखा था। जेल का निरीक्षण कर लौटे एसपी चंदेल को जितेन्द्र ने दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि सूदखोरों से उसने पैसे उधार लिए थे, लेकिन वे ब्याज पर ब्याज वसूलना जारी रखे हुए है। वह फल का ठेला कोर्ट रोड पर लगाता था। वहां से हटाए जाने के बाद उसकी हालत खराब हो गई। पैसे नहीं देता तो सूदखोर जान से मारने की धमकी देते हैं। इसलिए वह जिंदा रहना नहीं चाहता और परिवार सहित आग लगाकर आत्महत्या करना चाहता है। इस पर एसपी ने उसे पुलिस वाहन से फिजिकल भेजा। जहां जितेन्द्र की शिकायत पर पुलिस ने 5 सूदखोरों पर केस दर्ज कर लिया है।
इन पर किया केस दर्ज
फिजीकल टीआई सुनील खेमरिया ने बताया कि जितेन्द्र राठौर की शिकायत पर आरोपी टिवंकल खटीक, विकास खटीक, गिरजा खटीक, रवि खटीक, कपिल राठौर के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अब जल्द ही आरोपियों को पकड़ने की बात कह रही है।
इस तरह वसूलते हैं मीटर ब्याज
जितेन्द्र ने जिन पांच सूदखोरों से पैसे लिए वे किस तरह 10 प्रतिशत से अधिक ब्याज लेते हैं। मूल से 10 गुना राशि तक वसूल लेते हैं, लेकिन मूल वहीं खड़ा रह जाता है। उस पर धमकी मिलती हैं सो अलग। जितेन्द्र ने टिंकल खटीक से 4 हजार उधार लिए। 400 पहले ही काट लिए 3600 रुपए दिए। अब 200 रुपए प्रतिदिन वसूल रहा है। विकास खटीक से 3 हजार रुपए लिए। यह 125 रुपए रोज जितेन्द्र से वसूलता है। गिरजा खटीक से 5 हजार लिए यह प्रति सप्ताह 500 रुपए वसूलती है। दो साल से यही सिलसिला चल रहा है। एक और रवि खटीक की मां मसाले वाली से 5 हजार रुपए 10 प्रतिशत ब्याज पर लिए यह 500 रुपए सप्ताह वसूलती हैं। इसी तरह कपिल राठौर से 5 हजार रुपए लिए 10 प्रतिशत ब्याज और 500 रुपए सप्ताह वसूल रहा है। तीन साल से जितेन्द्र उसके पैसे पटा रहा है लेकिन कर्जा हैं घटने का नाम नहीं ले रहा।
22 हजार लिए थे, नहीं खत्म हुआ कर्जा
जितेन्द्र ने बताया कि उसने इन पांचों लोगों से कुल 21 हजार रुपए कर्जा लिया था और 10 रुपए सैकड़े के ब्याज पर इन्होंने उसे पैसा दिया था। जबकि वह अभी तक हजारों रुपए इन पांचों को दे चुका हैं बावजूद इसके उसके कर्जा खत्म नहीं हो रहा है और यह लोग आए दिन उसे जान से मारने की धमकी देते हैं। इतना ही नहीं यह लोग कई बार उसके घर पर भी पहुंच गए और उसके परिवार को भी जान से मारने की धमकी तक दी। जिसके बाद उसने परिवार सहित यह कदम उठाया।
ठेले हटाए तो परिवार आ गया भूखों मरने की कगार पर
जितेन्द्र ने बताया कि वह फल का ठेला कोर्ट रोड़ पर लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था, लेकिन कोर्ट रोड़ से फल के ठेले हटा दिए गए हैं। ठंडी सड़क पर फल ठेले लगाने की बात कही, लेकिन सड़क सही नहीं हैं, जिसके चलते कारोबार बंद हो गया। नतीजा यह हुआ कि भूखों मरने की नौबत आ गई है। फल बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था, लेकिन अब रोजगार ही नहीं बचा। ऐसे में यह साहूकार आए दिन आकर धमकाते थे।
हॉकर्स जोन न बनने अन्य फल कारोबारियों की भी यही हालत
शहर में हॉकर्स जोन न बनने के कारण कोर्ट रोड़ पर फल का कारोबार करने वाले अन्य कारोबारियों का भी यही हाल है। लेकिन हॉकर्स जोन न बनने से यह कारोबारी एक माह से अधिक समय से बेरोजगार है। ऐसे में उनके सामने रोजी रोटी का संकट भी खड़ा हुआ है।
टाइल्स व्यापारी के पुत्र को भी फंसाया था सूदखोरों ने अपने झांसे में
टाइल्स कारोबारी के बेटे को सूदखोरों ने अपने झांसे में फसा लिया था और उससे चैक तक ले लिए थे जिसके बाद कारोबारी ने इसकी शिकायत कोतवाली पुलिस में दर्ज कराई। कारोबारी के बेटे को पैसा देकर उससे मोटा ब्याज इन सूदखोरों ने लिया और उसके बाद उसे आए दिन धमकी दी जिसके बाद कारोबारी ने केस दर्ज कराया।
बीच बाजार में घर में बना लिया था कारोबारी को बंधक
कुछ माह पहले एक कारोबारी को सूदखोरों ने अपने घर में ही बंधक बना लिया था। जिसके बाद उसे सूदखोरों ने कई दिनों तक बंधक बनाया, जिसके बाद कारोबारी की पत्नी ने इसकी शिकायत किसी तरह से पुलिस से की जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने छापा मारकर कारोबारी को वहां से मुक्त कराया था और सूदखोरों पर केस दर्ज भी किया था।
कई लोग दे चुके जान
कर्ज के बोझ तले दबे लोगों ने जान तक दे दी है। कुछ माह पहले ही ठकुरपुरा के एक युवक ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर जान दे दी थी तो वहीं एक अन्य युवक ने भी साहूकारों के कर्ज के बोझ तले दबे होने से अपनी जान दे दी थी। इसके अलावा शहर के कई व्यापारियों ने आत्महत्या का प्रयास तक किया। लेकि समय पर उपचार मिलने के चलते वह बच गए।
गरीब तबके के लोगों को फंसाते हैं अपने जाल में
शहर में सूदखोर उन गरीब लोगों को अपनी जाल में फसाते हैं जिन्हें पैसों की जरूरत होती है और उसके बाद यह लोग उसे 10 रुपए सैकड़ा या उससे अधिक के ब्याज पर राशि दे देते हैं। जिसके बाद यह सूदखोर उन लोगों से ब्याज वसूलते रहते हैं और उनका कर्जा पटता ही नहीं हैं और लोग कर्जदार बने रहते हैं।
यह बोले टीआई
युवक जितेन्द्र ने कर्ज लिया था। कर्ज देने वाले लोग उसे प्रताड़ित कर रहे थे। युवक की शिकायत के बाद 5 लोगों पर केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
सुनील खेमरिया, टीआई फिजीकल शिवपुरी