ग्वालियर । एक युवक को कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई देने के बाद जयारोग्य अस्पताल में अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी डॉक्टरों को इमरजेंसी में सेवा देने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। कोरोना प्रभावित मरीज को इलाज देने वाले डॉक्टरों को भी आइसोलेशन में रखा जाएगा। जीआरएमसी की प्रभारी डीन डॉ. सरोज कोठारी ने सभी विभाग प्रमुख, अस्पताल प्रबंधन को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। अस्पताल में गंभीर मरीज को ही भर्ती किया जाए तथा जो मरीज भर्ती हैं और घर पर वह इलाज ले सकते हैं उनकी तत्काल छुट्टी की जाए। इसके साथ ही ओपीडी में नॉर्मल मरीज और मरीजों के साथ पहुंचने वाले अटेंडेंटों को रोका जाए। एक मरीज के साथ एक ही अटेंडेंट को प्रवेश दिया जाए। जिससे वायरल इंफेक्शन से लोगों को बचाया जा सके। जेएएच में 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार है। कोरोना के खतरे को देखते हुए सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल और नए बर्न वार्ड को भी आइसोलेशन वार्ड के रूप में उपयोग किया जाएगा। इसके साथ ही माधव डिस्पेंसरी के 87 बी नंबर कमरा कोल्ड ओपीडी के लिए निर्धारित कर दिया गया है।
यह निर्देश किए जारी-
सामान्य ऑपरेशन बंद करें।
भर्ती मरीज जिनकी हालत में सुधार है, उन्हें डिस्चार्ज किया जाए।
गंभीर मरीजों को ही भर्ती किया जाए।
मधुमेह, त्वचारोगी, मानसिक रोगी, ब्लड प्रेशर, अस्थमा, थाईरॉइड, न्यूरोलॉजी के ऐसे मरीज जो हर सप्ताह अस्पताल दवा लेने पहुंचते हैं, उन्हें एक माह की दवा दी जाए, जिससे वह ओपीडी में कम पहुंचे।
पीडियाट्रिक व अन्य वार्डों में एक बेड पर एक ही मरीज रखा जाए व बेड के बीच एक मीटर की दूरी रखें।
अस्पताल के गेट पर ही सामान्य मरीज व अटेंडेंटों को रोका जाए।
अल्ट्रासाउंड, एक्सरा व अन्य जांचें अति आवश्यक होने पर ही की जाएं।
अस्पताल की ओपीडी चालू रहेगी पर सामान्य मरीज अपने आसपास के स्वास्थ्य केन्द्रों में ही उपचार लें। गंभीर मरीज ही भर्ती किए जाएंगे। इमरजेंसी में ही जांच संभव होंगी। पूरा अस्पताल प्रबंधन अलर्ट मोड पर रखा गया है।
डॉ. सरोज कोठारी, प्रभारी डीन, जीआरएमसी