ग्वालियर। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक दिन 22 मार्च रविवार को जनता कर्फ्य रखने का समूचे देशवासियों से आह्वान किया है। जिसको लेकर शासन-प्रशासन अलर्ट हो चुका है। स्कूल, कोचिंग, मॉल, बाजार, सहित सभी निजी व सरकारी बैठकों और धरना प्रदर्शन रद्द कर दिए गए हैं। हालात यह है कि प्रशासन ने एक स्थान पर 20 लोग एकत्रित होने पर भी प्रतिबंधित किया है। इस बीच जिला क्षय अधिकारी डॉ सीमा जायसवाल ने रविवार को समीक्षा बैठक रखी है। जिसके लिए एक आदेश भी जारी कर दिया है। जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत कार्यरत सभी संविदा कर्मचारियों की साप्तहिक समीक्षा बैठक रखी गई है। जिसमें अनुपस्थित होने वाले कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काट दिया जाएगा। आदेश मिलने पर सभी कर्मचारियों में आक्रोश है। उनका कहना है कि जहां देश के प्रधानमंत्री कोरोना वायरस से बचाव को लेकर एक दिन का जनता कर्फ्यू कर उसकी चेन तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं जिला क्षय अधिकारी जनता कर्फ्यू के बीच बैठक कर लोगों को एकत्रित कर रही है। इससे खतरा और बढ़ेगा ।
समीक्षा बैठक का आदेश पहले निकाला गया था। पर कोरोना वायरस के खतरे और जनता कर्फ्यू के चलते रद्द कर दिया गया है।
डॉ. सीमा जायसवाल, जिला क्षय अधिकारी