अंचल की स्थिति जहां पर कोरोना संदिग्धों को रखने के लिए बनाए गए हैं आइसोलेशन वार्ड

ग्वालियर । मुरैनाः मुरैना में अभी तक चार लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। इनमें एक हड्डी जोड़ रोग विशेषज्ञ भी हैं। ये सभी विदेश से लौटे हैं। जिला अस्पताल में भी 15 बेड का क्वारंटाइन वार्ड बनाया गया है, जिसमें सभी सुविधाएं हैं। अस्पताल से बाहर किसी तरह का वार्ड नहीं बनाया गया है। पोरसा के अधन्नापुर गांव में एक परिवार के चार लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। अभी तक स्वास्थ्य विभाग ने किसी भी मरीज का सैंपल जांच के लिए लैब में नहीं भेजा है। साथ ही जिले की सीमाओं पर स्क्रीनिंग करने के लिए टीमें तैनात की गई हैं। अस्पताल में ही मास्क व सैनिटाइजर की कमी है। स्टाफ को भी सामग्री पर्याप्त नहीं मिल पा रही है।


भिंडः भिंड में अब तक कुल 15 लोगों को आइसोलेट किया गया है। इतने ही लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। मेहगांव की एक युवती को जिला अस्पताल में आइसोलेट किया गया था। निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद युवती को जिला अस्पताल से डिस्चार्ज कर होम आइसोलेट किया गया है। आइसोलेशन वार्ड में साफ-सफाई और संक्रमण रोकने की पूरी व्यवस्था है। वार्ड में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की अलग से व्यवस्था है। साथ ही अलग किचन की भी व्यवस्था है। यहां मनोरंजन के लिए टीवी है। जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ. अवधेश सोनी का कहना है पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाएं हैं। जिला अस्पताल में 10 बेड का क्वारंटाइन वार्ड है। पातीराम शिवहरे कॉलेज में 30 बेड का क्वारंटाइन वार्ड बनाया गया है। 10 बेड का क्वारंटाइन बेड गोहद अस्पताल में बनाया गया है।


 

श्योपुरः श्योपुर में कोरोना का कोई भी संदिग्ध मरीज सामने नहीं आया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इतना सतर्क है कि जिन लोगों को सामान्य से ज्यादा सर्दी-जुकाम है उन्हें घरों में आइसोलेट किया जा रहा है। अब तक 200 से ज्यादा लोगों को घरों में रहने और किसी से भी संपर्क न करने की समझाइश दी जा रही है। नोडल ऑफिसर डॉ. विष्णु गर्ग ने बताया कि इन 200 में से कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं जो किसी कोरोना पीड़ित से संपर्क में आया हो, इसलिए इनके पॉजीटिव होने की संभावना ना के बराबर है। श्योपुर से एक भी सैंपल नहीं भेजा गया है। जिला अस्पताल में आइसोलेशन व क्वारंटाइन वार्ड अलग-अलग बनाए गए हैं, जिनमें फिलहाल किसी को भर्ती नहीं किया गया है।


 

शिवपुरीः शिवपुरी में सीएमएएचओ डॉ. एएल शर्मा ने बताया कि जिले में कोराना को लेकर 70 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है और 15 लोगों को आइसोलेटेड किया गया है। एक मरीज का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है यहां चार बेड का एक वार्ड पहले से संचालित है और अब 20 बेड का नया आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। साथ ही 40 पलंग का एक नया क्वारंटाइन वार्ड बनाया गया है। यहां पर्याप्त स्टाफ के साथ-साथ उपकरण भी मौजूद हैं। 5 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है।


दतियाः दतिया में अब तक चार लोग संदिग्ध मिले थे, इन्हें 14 दिन की निगरानी में रखा गया किसी में भी कोई लक्षण नहीं मिले। आइसोलेशन वार्ड में व्यवस्था चाकचौबंद बनी हुई है, यहां पर कोई भी मरीज भर्ती नहीं है। जिले में करीब 400 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। साथ ही जिले में करीब 150 लोग ऐसे हैं जिन्हें सर्दी जुकाम है इन लोगों को घर में ही आइसोलेट किया गया है। इन्हें हिदायत दी गई है कि किसी के संपर्क में न रहें।


बुंदेलखंड का हालः छतरपुर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. आरएस त्रिपाठी ने बताया कि अब तक चार संदिग्ध मरीज मिले हैं जिसमें से दो की रिपोर्ट निगेटिव आई है और दो की रिपोर्ट का इंतजार है। आइसोलशन वार्ड में 10 पलंग, सभी दवाएं, पर्सनल प्रोटेक्ट किट, पर्याप्त स्टाफ व गार्ड हैं।


टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में अलग-अलग आइसोलेशन वार्ड जिला अस्पताल में तो बनाया ही गया है। साथ ही शहर में एक 25 बिस्तर का आइसोलेशन वार्ड अलग से बनाया गया है। शहर में 4 लोग और खरगापुर में करीब 10 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। रोजाना ही इनका चेकअप करने के बाद उनकी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी जा रही है।