आजाद अपनी अंतिम सांस तक आजाद ही रहे, ठकुरपुरा में झांकी निकालकर मनाया बलिदान दिवस

आजाद अपनी अंतिम सांस तक आजाद ही रहे, ठकुरपुरा में झांकी निकालकर मनाया बलिदान दिवस


बसई । चंद्रशेखर आजाद अपनी अंतिम सांस तक आजाद ही रहे। उनके जीवित रहते अंग्रेज उन्हें हाथ तक नहीं लगा सके। देश को गुलामी की जंजीर से मुक्त कराने में आजाद के योगदान को देश कभी नहीं भुला सकता। यह विचार नायब तहसीलदार भदौरिया ने प्राथमिक विद्यालय ठकुरपुरा में आयोजित चंद्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस पर अतिथि के रूप में व्यक्त किए। उन्होंने कहाकि आजाद ने देश की शान के लिए युवाओं को प्रेरणा दी। उन्होंने अंग्रेजी शासन की नींव हिलाकर रख दी और अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए मजबूर किया। आजाद के जीवन से प्रेरणा लेकर उनके बताए मार्ग का अनुसरण कर देशभक्ति और समाज सेवा के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए।


इस दौरान स्कूल के छात्र-छात्राओं ने शिक्षकों के मार्गदर्शन से अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद के साथ भगतसिंह, राजगुरु की झाकियां सजाकर पूरे गांव में निकाली । ग्रामवासियों ने झांकियों का पुष्प वर्षाकर स्वागत किया । इस अवसर पर विद्यालय प्रधानाध्यापक सतेंद्र पनौरिया, रामबाबू राय, ब्रजेश विलगैंया, अंकित राजपूत सहित ग्रामीणजन मौजूद रहे ।